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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-47)








* एक सवाल - क्या कहानी अच्छी नही है ???
समय हो तो इसका जवाब जरूर दिजिए गा 💖😊😊



अभी तक आपने पढ़ा की ऋषभ ...अवनी को गोद में लिए हुए घर तक पहुंच जाता है और जैसे ही डोर ओपन करता है अंदर आने के लिए ..... सीढ़ीओ पर खड़े विहान और आनंद कहते है ...

  रुक जाइए आप दोनों वही 
अब आगे ,

उन दोनो के ऐसे कहने पर ऋषभ वही रुक जाता है और विहान को हैरानी से देखने लगता है.....
( वही विहान सीढ़ीओ पर ही खड़े खड़े आनंद से कहता है ,)

विहान -( मुस्कुराते हुए) ओय सपेरे एक बात बताओ ....ये भाई  आज प्रिंस चार्मिंग बने हुए हैं क्या ??
आनंद - लग तो यही रहा ....( उसकी तरफ देखकर ) सिंड्रेला के सैंडल्स तो है ही नहीं.....😳
विहान -(ऋषभ की तरफ देखकर ) ये भाई किसी काम के नही है ....
आनंद -( हंसते हुए ) है ना लात खाने के काम..🤣

( दोनो को आपस में ही ऐसे बात करते देख ऋषभ कहता है )

ऋषभ - अगर दोनो लोगो के नखरें खतम हो गए हो तो मैं घर में आ रहा ..

विहान - ( तेज से ) कहा है ना वही रुक जाओ फिर अंदर आने की चूल क्यों मची हुई  है....😏

( ऋषभ ...विहान के ऐसे कहने पर घूरने लगता है...फिर दोनो सीढ़ी से नीचे उतर कर आते है तो अवनी धीरे से ऋषभ से कहती है )

अवनी - ये दोनो देवर जी लोगो को क्या हुआ है ?
ऋषभ -( सामने देखते हुए ) कुछ नहीं बस तेवर दिखा रहे आज ये दोनो ...

( ऋषभ के ऐसे कहने पर अवनी उसे देखने लगती है और कहती है )

अवनी - अच्छा आप अब हमे नीचे उतार दीजिए ....
ऋषभ - कोई जरूरत नही ..
अवनी - ( घूरते हुए ) सबके सामने ऐसे उठा रखा है प्लीज उतारिए हमे ....🙄
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए देखकर ) मॉल में तो आपको कोई दिक्कत नही हुई ...😃
अवनी - आप .....आप हमसे बात ही मत करिए ..
ऋषभ - वो तो मैं करूंगा ....😆

( अवनी...ऋषभ के ऐसे कहने पर उसे घूरने लगती है की  तब तक आदि , नील और देव भी हॉल में आ जाते है .......उन्हे ऐसे बहस करते देख आदि कहता है )

आदि - ये अपना ऋषभ ही है ना ?
देव - नही जीजू ये परमाणु बम है ....(विहान और  आनंद की तरफ देखकर) जो अभी दोनो जीजू पर फूटने वाला है ......
नील - तुम कमरे में चलो .....
देव -( घूरते हुए ) क्या हुआ है आपको भाई ...बात बात पर चिढ़ जाते हो 🙄🙄सच बताओ लड़की का चक्कर तो नही है ना ....?

( नील ....देव के ऐसे कहने पर घूरने लगता है तो आदि हंसते हुए कहता है )

आदि - अरे बस करो .....दोनो साथ में खड़े होते हो तो तूफान ही ला देते हो 😅...
देव - क्या करू जीजू ...कही चैन नही मिलता  ...पहले वो संजना थी अब ये नीलू 🙄....
आदि - ( देव से हंसते हुए  ) ऐसा करो तुम मेरे इस साइड खड़े हो जाओ और होने वाले तमाशे का लुत्फ उठाओ......
देव - ( खुश होकर😍 ) ओके जीजू मैं कोल्ड्रिंक और चिप्स लेकर आता हु ...
( ये कहके देव जाने लगता है तो नील कहता है )
नील - अगर इस बार कुछ मिला कर लाए तो सोच लो क्या होगा तुम्हारा ...
( देव ...उसकी बात सुनकर घूरते हुए किचन में चला जाता है और कहता है )
देव - आज तो आपको पिलाकर रहूंगा भाई ..😐🙄..

..
(इधर ये दोनो आकर ऋषभ के सामने खड़े हो जाते है पर ऋषभ - अवनी अंजान बहस में लगे होते है और तभी अवनी कहती है )
अवनी - आप राक्षस वाला काम करना बंद करिए ...आदि भाई ने ऐसे देख लिया तो ...

( राक्षस शब्द सुनकर विहान और आनंद एक साथ मुंह पर हाथ लग लेते है और मुस्कुराते हुए कहते है )

आनंद - विहान =( एक साथ) हाव राक्षस 😆.....

( अवनी उन दोनो की आवाज सुनकर सामने देखती है और अपना चेहरा ढक कर कहती है )

अवनी - ( धीरे से ) ऋषभ जी अब तो नीचे उतार दीजिए ....
ऋषभ -( दोनो से ) चलो हटो सामने से ....

( आनंद हाथ पैर फैला कर सामने खड़ा हो जाता है और कहता है 
आनंद - अगर जाना है तो ठीक है... मेरी लाश पर से जाओ ....
( बगल में खड़ा विहान ...आनंद के सर पर मारकर कहता है )
विहान - ये क्या बोल रहे हो ....
( पीछे से आदि )
आदि - आनंद दिमाग तो ठीक है ना ...
आनंद - सॉरी सभी लोगो को पर आज मैं चुप नही रहने वाला .....
( उसकी लाश कहने वाली बात को ही सुनकर ऋषभ का बहुत मन करता है की खींच कर एक थप्पड़ लगा दे पर मार नही सकता था ...तभी विहान धीरे से कहता है)

विहान -( आनंद के कान में ) ये ज्यादा हो गया ..चल कैरेक्टर के बाहर निकलो वरना आज दस उंगलियां भाई की तुम्हारे गाल पर मिलेंगी ....
आनंद - (तेज से ) बस बहुत हो गया .....या तो करो या तो मरो....
ऋषभ -( अवनी को गोद में लिए हुए ही घूरते हुए )😡 तुम आज मरोगे ....
(ऋषभ की ये बात सुनकर आनंद थोड़ा सा पीछे हो जाता और कहता है )
आनंद - आपकी मनमानी नही चलेगी ....
विहान - ( धीरे से ) तुम अब चुप हो जाओ ...वरना आज सब पीट जायेंगे ...
( पीछे से आदि धीरे से  आकार कहता है)
आदि - ( आनंद से ) कल रात का नशा अभी तक नही उतरा क्या?
आनंद - ( ऋषभ से ) भाई आपको जाना है तो जाइए पर भाभी नही जायेंगी ...
ऋषभ - क्या मतलब ?😤
आनंद - हूह😏मेरे सामने गुस्सा करना बंद कीजिए.....( अवनी से ) भाभी हमे अभी इसी वक्त आपसे जरुरी बात करनी है ...
आदि - दोनो को अंदर तो आने दो ......
आनंद - नहीं ...
आदि - हां ..

( फिर दोनो में हां ना होना लगता है ....सामने खड़े ऋषभ का अब बुरा हाल हो रहा होता है क्योंकि इतनी देर से अवनी को गोद में लेकर घूमने की वजह से अब उसके हाथ में दर्द शुरू हो गया होता है .....
वो आंखे बंद किए हुए हल्की आहे भरना शुरू कर देता, तो ऋषभ की ऐसी आवाज सुनकर  अवनी उसकी तरफ़ देखती है और  कहती है )

अवनी - ऋषभ जी आप ठीक तो है ?

( ऋषभ कोई जवाब नही देता तो अवनी  उसके गालों पर हाथ रख लेती है और फिर से पूछती है तो वो कहता है )

ऋषभ -( प्यार से ही पर दर्द में )  कुछ नही हुआ ...आप क्या कुछ देर शांति से नही रह सकते ...

( अवनी ये सुनकर उसके गाल से हाथ हटा लेती है और जबरदस्ती से इधर उधर हिलके उसकी गोद से उतर जाती है और वही धम से नीचे बैठकर कहती हैं )

अवनी - अब बोलिए देवर जी क्या बात करनी है ...
( अवनी के ऐसे अचानक से नीचे बैठने की वजह से  ऋषभ के साथ साथ सब हैरान हो जाते है ....तभी ऋषभ कहता है )
ऋषभ -( उसके कंधे पर हाथ रखकर) अवनी उठ जाइए यहां से ...आपके पैरो में दर्द नही हो रहा क्या ??
अवनी -( ऋषभ का हाथ धीरे से दूर करके ) देवर जी अब बोलिए क्या बात करनी है ??
( सामने खड़ा आनंद एक बार अवनी की तरफ देखता है और फिर सर ऊपर करके ऋषभ को देखता है जो हाथ  फोल्ड किए हुए उसे पूरे गुस्से में घूर रहा होता है तो .....उसे ऐसे देख थोड़ा पीछे हो जाता है और अवनी के सामने बैठ कर  कहता है )
आनंद - हम आपसे नाराज है ..😐

( अवनी के पीछे खड़ा ऋषभ ....आनंद को हैरानी से देखने लगता है ..…तभी  विहान उसके बगल में खड़े होकर कहता है)

विहान -और भाई  कैसा है आपका हाथ ?
ऋषभ -( सकपका कर) क्या ...कौन ..कौनसा हाथ ...
विहान - ( सामने देखते हुए ) ज्यादा भाव मत खाओ ...( उसकी तरफ देखकर) मुझसे झूठ मत बोलना कभी .....
( ऋषभ उसकी बात सुनकर हैरान हो जाता है और खुद से  कहता " आज सब के सब कुछ ज्यादा ही सीरियस हो गए है ...बताता हु इन लोगो को मैं " .....फिर वो थोड़ा नीचे झुकता है और अवनी से कहता है )

ऋषभ  - मित्र जी अभी चलना है रूम में तो चलिए ...बाद में मैं नही ले जाने वाला ...

( अवनी कोई जवाब नही देती है और फिर से कहती है )

अवनी - देवर जी अब आप क्यों शांत बैठे है ..जो बात कहनी है जल्दी कहिए ....

( अवनी से अपने लिए कोई जवाब नही सुनकर उसे घूरते हुए खड़ा हो जाता है तो विहान धीरे से कहता है )

विहान - वैसे भाई आपके और भाभी के रिश्ते को लगभग
5 -6 महीने हो चुके है ना ...
ऋषभ - हम्मम्म...
विहान -( दूसरी तरफ मुंह करके) हुह फिर भी एक  खबर नही दे पाए ....😏😏

***
( सामने सोफे पर देव और आदि बैठकर कोल्ड ड्रिंक्स पी रहे होते है और साथ में चिप्स भी  ......वही नील बैठकर अपना फोन युज कर रहा होता है ....उसे ऐसे देख देव कहता है)
देव - क्या हुआ भाई ...कोई ऑनलाइन नही है क्या ?
नील - ( उसकी तरफ देखकर इशारों में ही ) चुप हो जाओ 
देव -( मुस्कुराते हुए )  हम चुप हो जायेंगे पर ये दुनिया वालो को कैसे चुप कराओगे....कितनो का मूह बंद कराओगे...कोई  ना कोई तो जरिया होगा ही फिर क्या करोगे ...ये जालिम दुनिया चुप ...
( वो अपनी बात भी पूरी नही कर पाया होता है की नील उसके मूंह में बाउल से चिप्स लेकर पूरा भर देता है और कहता है)
नील - बस अब बहुत हो गया ...तुम आज ही आज घर जा रहे हो ...😡😡
देव - न... न...
(बगल में बैठा आदि जब नील का ऐसा गुसैल रूप देखता है तो कहता है )
आदि -( नील से ) तुम कमरे में जाओ...मैं देव को समझाता हु ...
( नील गुस्से में ही अपने कमरे में चला जाता है तब तक देव किसी भी तरह पूरा चिप्स खा चुका होता है और कहता है )
देव - ( सर पर हाथ रखकर ) अरे जीजू ये नील भाई भी ना ...मेरे मजाक को नहीं समझते 😕😮
आदि - ( उसका कान मरोड़ कर) ये मजाक  था ...सच में आज लग रहा है की मैं पागलों के बीच में हु ... इससे अच्छा तो रिया जी के साथ रह लेता ...
( रिया की बात कहने पर फिर से उसे कल वाली बात याद आ जाती हैं तो वो सेड होकर वही सोफे पर बैठ जाता है ...उसे ऐसे बैठ देख देव कहता है )

देव - क्या हुआ जीजू सब ठीक तो है ??
आदि - हम्मम....तुम बस नील को ऐसे गुस्सा मत दिलाया करो ...वो थोड़ा शांत प्रिय इंसान है .....
देव - हुह और मुझे वो इंसान आज बिल्कुल भी पसंद नही आया 
..( आदि उसकी बात सुनकर हल्का सा मुस्कुरा देता है पर अब उसे रिया की फिकर होने लगती है .......वही इतनी देर से ऋषभ का कोई जवाब या रिएक्शन नहीं मिलता है तो विहान खुद से कहता है " ये भाई ने आज कुछ कहा नहीं वाह" 
..फिर वो खुश होकर मुस्कुराते हुए ऋषभ की तरफ चेहरा करता है तो एक कदम पीछे हो जाता है क्योंकि ऋषभ उसे इतनी देर से घूर रहा होता है .......उसे ऐसे देख वो भागकर आनंद के बगल में ही नीचे बैठ जाता 
है और कहता है )

विहान - हां तो भाभी आप बहुत मनमानी करती हैं...
ऋषभ -( पीछे से ही ) सत्यवचन
आनंद -  आप बहुत जिद्दी है ...
( ऋषभ फिर से कहता है " सत्यवचन " ..ये सुनकर अवनी अपना सर पीछे करती है और उसे घूर के देखने लगती हैं तो विहान कहता है )
विहान - आप गुस्सा भी बहुत करती है ...
अवनी -( शांति से ) हम नहीं करते ...😕
आनंद - अच्छा भाभी😏 ....तो ये बताइए आप मॉल में क्यों गई ?
विहान - मेरा सवाल " आप खाना क्यों नही खाती ...हमे खबर मिली है की आप बेहोश भी हो गई थी ..
( अवनी ...विहान के सवाल को सुनकर हैरान हो जाती है और ऋषभ की तरफ देखने लगती है तो विहान कहता है )
विहान - भाई ने कुछ नही कहा ...वो मुझे मेरी सासू मां ने बताया ...
आनंद -( विहान की तरफ देखकर) वो सास कब बनी आपकी ..?
विहान - बनी नही है पर जल्दी ही बन जाएंगी ...😳
आनंद - ( हंसते हुए ) सपने में ...
( सामने से ऋषभ कहता है )
ऋषभ - हो गया तुम दोनो का ...

( दोनो में से कोई जवाब नहीं देता है तो ऋषभ खुद से कहता है " आज मुझे कुछ ज्यादा ही इग्नोर मार रहे सब ....."...सामने सोफे पर बैठा आदि ......ऋषभ की ऐसी हालत देख कर हंसने लगता है तो ऋषभ उसे घूरते हुए उसके पास जाता है और बगल में बैठकर कहता है)

ऋषभ - आज तुम्हे बड़ी हंसी आ रही 😕
आदि -( सामने देखते हुए ) हंसी तो आयेगी ही ....देखो सामने इन दोनो ने कल प्रण लिया था की अवनी को बहुत सुनाने वाले है ...
ऋषभ - ऐसे कैसे सुनाएंगे मेरी अव...
( ऋषभ इतना कहके चुप हो जाता है वही पास में बैठा देव कहता है )
देव -( मुस्कुराते हुए ) जीजू लाइन्स पूरी कर लो हम नही ( हंसते हुए😂 ) हंसेंगे....
ऋषभ - तुम्हे घर वापस  जाना है क्या ??
देव -( नाक सिकोडकर ) अब तो 100% सयोर हु ...भगवान ने मुझे गलत घर में डाउनलोड कर दिया ...

( उसकी बात को सुनकर ऋषभ हंसने लगता है पर अगले ही पल उसकी हंसी रुक जाती है जब वो देखता है की अवनी अपने माथे पर एक हाथ रखकर बैठी है ...... उधर अवनी कहती है)

अवनी - ठीक है हम नही जाएंगे अब कही ......( खुद से ) " ये ऋषभ जी कम थे रोक टोक करने वाले जो अब ये देवर लोग भी शुरू हों गए 😐😐

( अवनी को ऐसे सोच में गुम हुए देख आनंद कहता है 
)
आनंद - भाभी आपको पता है ना ...आपका अकेला रहना कही भी सेफ नही है 🙄 पता है हम लोग कितना डर गए थे जब आप टाइम पर घर नही पहुंची थी.....
( विहान बीच में ही )
विहान - और पता है मॉम हम लोगो को पकोड़े की तरह गर्म तेल में तल देंगी अगर आपको कुछ हुआ तो ....

( अवनी उन दोनो की बात सुनकर ऋषभ की तरफ देखने लगती है फिर उन दोनो को और मन में ही सोचती है की " हम ही कितनी पागल है 😐यहां सभी लोग कितने टेंशन में आ गए थे ...ऋषभ जी सही कहते है हम सच में जिद्दी बन गए है ....अवनी अपने ख्यालों में ही खोई होती है तो विहान कहता है )

विहान - ( मुस्कुराकर ) भाभी मैं आपसे बड़ा हु और अब आपको इस बड़े भाई की बात माननी पड़ेगी ....प्लीज प्रोमिस करिए आप नेक्स्ट टाइम अकेले कही नही जायेंगी ...( ऋषभ की तरफ देखकर) आपको जाना होगा तो आप भाई के साथ जायेंगी .......
अवनी - हम्मम्म.....
( फिर अवनी ..आनंद को तरफ देखने लगती है तो वो कहता है)
आनंद - मैं इतनी आसानी से माफ नही करूंगा ...
अवनी - ( कान पकड़कर ) सॉरी ..
( पीछे ऋषभ जब ये देखता है तो एक हाथ मूंह पर रखकर खुद से कहता है " ये दोनो मेरी बीवी से क्या क्या करवाएंगे " .... वही पास में बैठा देव जब सुनता है तो हंसने लगता है ...उसे हंसता देख ऋषभ कहता हैं)

ऋषभ - क्यों हंस रहे हो ?
देव -( हंसते हुए ) कुछ नहीं कुछ नहीं....😂
( ऋषभ फिर कुछ देर उस देखता है और मुस्कुराते हुए सामने देखने लगता है ........उधर अवनी के ऐसे कान पकड़ने पर आनंद हटा देता है और कहता है )

आनंद - भाभी प्लीज आप ये सब मत करिए मुझे अच्छा नही लगेगा .....🙄
अवनी - तो फिर क्या करे ?
आनंद - एक प्रोमिस ...
अवनी - ( हैरान से ) कैसा प्रोमिस ??
आनंद - पहले आप प्रोमिस करो की जो मेरी मांग होगी आप उसे ना नही कहेंगी ....

( अवनी ये सुनकर चुप हैरानी से ऋषभ की तरफ देखने लगती है तो आनंद कहता है )

आनंद - मतलब आप मेरा प्रोमिस नही पूरा करेंगी ....ठीक है फिर मुझसे माफ़ी भी नही मिलेगी ...
( ऋषभ पीछे से ही )
ऋषभ - आनंद ये कैसी जिद है ....
( बीच में ही अवनी ) 
अवनी - देवर जी प्रोमिस करते है....आपकी मांग  मानेंगे ....
आनंद - ( खुश होकर) हां तो मेरी मांग ये है की आप आज से ही भाई की सेक्रेटरी रहेंगी और कंपनी साथ में जायेंगी ....
,( सेक्रेटरी वाली बात सुनकर सब हैरानी से खड़े हो जाते है सिवाय अवनी और आनंद के .....पीछे सोफे के पास खड़ा ऋषभ ....अवनी की तरफ देखने लगता है वही अवनी भी ऋषभ की तरफ देखकर घूरते हुए मन में ही कहती हैं " अच्छा तो ये आपकी चाल थी ..सही है ".....उधर ऋषभ मन  में सोचता है " अवनी प्लीज मैने कुछ नही किया ...आप गलत मत सोचना " .. .....उधर  अवनी ऋषभ की तरफ देखकर मन में ही " आप हमेशा अपनी मनमानी करते है ...आज देवर जी को भी मिला लिया🙄".......तभी  ऋषभ अवनी की तरफ देखते हुए चलकर आनंद के पीछे खड़ा हो जाता है और मन में कहता है " अवनी ..आनंद से मैने सेक्रेट्री वाली बात बिल्कुल भी नही कही "........अवनी अब लगातार ऋषभ को घूरे जा रही होती है तो आनंद कहता हैं,)

आनंद - क्या हुआ भाभी ??
अवनी -( आनंद की तरफ देखकर) हमे मंजूर है …..
आनंद -( खुश होकर 😃) थैंक्यू सो मच भाभी ..... चलिए अब प्रिंसेस अवनी अपने प्रिंस ऋषभ के पास जा सकती है ...
( इतना कह कर आनंद खड़ा हो जाता है तो पीछे से ऋषभ उसका बाल पकड़ लेता है और कहता है )
ऋषभ -( धीरे से ) आज तो तुम्हे मै पहले निपटाऊंगा ...
आनंद - आ भाभी .. बचाईए मुझे 😕😕

( .आनंद के चिल्लाने की आवाज सुन अवनी ऋषभ की तरफ देखने लगती है तो वो उसका बाल छोड़ देता है और झुक के अवनी को गोद में उठाता है और बीना कुछ कहे ऊपर सीढिओ की तरफ बढ़ जाता है .........उन दोनो के जाने के  बाद सब आकर आनंद के सामने खड़े हो जाते हैं वो कहता है )

आनंद - सीधी बात नो बकवास 😏 मैं बस चाहता हु की भाभी .....भाई के साथ रहें हर पल बस ....

( फिर वो टेबल पर रखा हुआ सेब लेता है और खाते हुए अपने कमरे की तरफ चला जाता है ........)

दूसरी तरफ,

ऋषभ.....अवनी को लिए हुए रूम में जाता है और बेड पर बिठाकर कहता है ,

ऋषभ - इससे पहले आप कुछ कहे या मुझ  पर गुस्सा करे ..मैं अभी बता देता हु की सेक्रेटरी वाली बात मैने आनंद से नही कहा ....
( अवनी कुछ नही कहती हैं और शांति से इधर उधर देखने लगती है तो ऋषभ उसका चेहरा पकड़ कर अपनी तरफ कर लेता है और थोड़ा झुक कर कहता है)
ऋषभ - ( प्यार से ) मैंने कुछ नही किया ...
अवनी - ( ऋषभ की तरफ देखकर धीरे से ) हमने कुछ कहा ...

( इतना कहके अवनी फिर चुप हो जाती है तो ऋषभ उसका फेस छोड़ देता और मुड़कर वहां से जाने लगता है की  अवनी उसका  हाथ कसकर पकड़ लेती हैं ....अचानक से ऐसे हाथ पकड़ने की वजह से ऋषभ दर्द के मारे आंखे बंद कर लेता है और फिर हल्की सी सांस लेकर मुड़ता है और अपना हाथ छुड़ाने लगता है तो अवनी कहती है )
अवनी - आपको तो दर्द नही होता ना .....

( ऋषभ आवक होकर देखने लगता है तो वो कहती है )

अवनी - और दबा दे ...हमे देखना है  की आप कितने ब्रेव है ..
( फिर वो उसका हाथ और कसकर पकड़ लेती है तो ऋषभ जबरदस्ती से अपना हाथ छुड़ा लेता है और कहता हैं )
ऋषभ - ये क्या कर रही थी आप ..
अवनी - बस चेक कर रहे थे की आपको दर्द होता है या नही ....
ऋषभ -( दूसरी तरफ मुंह करके) नही होता ...
अवनी -( उसका हाथ पकड़ कर) दीजिए फिर और दबा 
देते है .....
( अवनी फिर उसका हाथ दबाने जाती है तो वो कहता है )
ऋषभ  - हो रहा ...हो रहा..( दूर करके ) मत दबाइए ...
अवनी -( गुस्से में ) तो फिर इतनी देर से हमे गोद में लेकर क्यों घूम रहे थे..😡क्या आपको जरा सा भी अंदाजा है ये चोट कितनी बड़ी हो सकती है .....आप हमारे लिए ऑइंटमेंट लाए फिर अपने लिए क्यों नही लाए ....
ऋषभ - हमे दर्द नहीं हो रहा था ...
अवनी - अच्छा तो फिर अपना हाथ दीजिए हमें ...
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) ओह तो आपको मेरी फिक्र हो रही ?😃
अवनी - ( घूरते हुए ) हां...ना ..नही हो रही हमे कोई फ़िक्र..
ऋषभ - तो ठीक है ...
( इतना कह  वो मुड़कर फिर   जाने लगता है तो अवनी उसका शर्ट के खींचकर उसे बेड पर गिरा देती है और कहती हैं )
अवनी - अब यहां से उठना भी मत ....
ऋषभ - ( मुस्कुराते हुए ) क्यों मित्र जी क्या प्लान है आपका ?🤔
अवनी - आप ...आप फालतू का मुस्कुराना बंद कीजिए और यहां से उठने की कोशिश मत करना ....
ऋषभ - क्यों ??
( अवनी बिना कोई जवाब दिए धीरे धीरे करके बेड से उठ जाती है तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - ये क्या कर रही है आप ...आपका पैर,.
( बीच में ही ) 
अवनी - चुपचाप यहां बैठे रहिए ...
( ऋषभ चुप हो जाता है फिर अवनी धीरे धीरे चलते हुए कपबोर्ड के पास जाती है और वहां से फर्स्ट एड किट लेकर बेड के पास आ जाती है तो ऋषभ उसे संभालते हुए बिठा देता है और कहता है)

ऋषभ - आप क्या ये चाहते हो की मैं पूरी लाइफ आपको गोद में लेकर घूमू..😏
अवनी -( घूरते हुए ) अब आप कुछ ज्यादा ही मजाकिया नही हो गए है ...

( ऋषभ बिना कुछ कहे अवनी की तरफ देखकर मुस्कुराने लगता है ....वही अवनी एंटीसेप्टिक क्रीम लेती है और ऋषभ के हाथ पर लगाने लगती हैं तो देखती है की उसने  आंखे बंद कर ली है....उसे ऐसे देख वो धीरे धीरे फूंक मारते हुए क्रीम लगा देती और फिर बैंडेज बांध कर कहती है )
अवनी - आपको ये चोट कैसे लगी ??
ऋषभ - कुछ नही हुआ है आप ये ड्रेस चेंज कर लीजिए ....
अवनी - ठीक ..

- ऋषभ को चोट तब लगी थी जब वो मिरर में ही अपने अक्श से बात कर रहा होता है और गुस्से में वॉश से मार देता है तो मिरर के कुछ टुकड़े छटक कर बेड पर गिर जाते है ....उसी टाइम जब ऋषभ बेड पर लेटने के लिए हाथ रखता है तो कांच चुभ जाते है .....और फिर अपने डैड का नाम सुनने के बाद गुस्से में ही टेबल पर हाथ पटकता है तो उसका चोट और बढ़ जाता है ....


ऋषभ फिर अवनी के लिए अलमीरा से ड्रेस निकालता है और बेड पर रखकर हॉल में चला जाता है
, ....ऊपर कमरे में अवनी ड्रेस चेंज करती है और बेड पर लेट जाती हैं ,नीचे जब ऋषभ हॉल में आता है तो उसके हाथों में बैंडेज देख आनंद फोरन खाना छोड़ उसके पास आ जाता है और कहता  है,
आनंद - भाई ये सब कैसे हुआ ?( घबराकर )
ऋषभ - कुछ नही हुआ ...मैं ठीक हु ...
( बीच में ही आदि ) 
आदि  - कब लगी ये चोट ....और हमे क्यों नही बताया ??
ऋषभ - अरे  मैं ठीक हु ....अच्छा चलो आज मेरा मूड हो रहा  कोल्ड्रिंक पीने का ....
आदि - ( हंसते हुए ) मेरा पति नशेड़ी है ..
( ऋषभ उसे हैरानी से देखने लगता है तो ऋषभ कहता है)
ऋषभ - ये क्या कहा तुमने ?
( आनंद कंधे पर हाथ रख देता और कहता है " भाई सब कहानी बताऊंगा पर चलो पहले कोल्ड्रिंक्स पीते है. "....तीनो फिर किचन में जाते हैं और आदि ऋषभ को सब कुछ बताने लगता है तो वो पूरा खुल के हंसना शुरू कर देता है......उसे ऐसे हंसता देख आदि और आनंद मुस्कुरा। देते है ).


दूसरी तरफ ,

दोपहर के टाइम पर ट्विंकी अपने रूम में काम कर रही होती है ....उसे कंपनी से अकाउंटशी से रिलेटेड कुछ मेल्स आए होते हैं तो वो उन्हे ही चेक करने में लगी होती है ....तभी खुशी डोर पर नॉक करती है तो ट्विंकी मुस्कुराते हुए उसे अंदर बुला लेती है .....खुशी फिर अंदर आती है और कहती है ,
खुशी - क्या कर रही हो ?
ट्विंकी - बस मेल्स चेक कर रही ...
खुशी - ओह ...ठीक है फिर मैं बाद में आती हु ....
ट्विंकी - नही ...बस हो गया ...

( ट्विकी फिर लैपी बंद कर देती है और कहती है )

ट्विकी - क्या हुआ ? कोई जरूरी बात है क्या ?
खुशी - ना ना ...पर मैं नाराज हु की तुम मेरी शादी में तूफान की तरह आई और मिस्टर इंडिया की तरह गायब हो गई .....

ट्विकी - अरे 😅आपको तो पता ही है क्यों वापस आ गए...
खुशी - हम्मम...
ट्विकी - वैसे ही आनंद ज्यादा परेशान तो नही करता ना......ज्यादा कुछ बोले तो बता देना 😂पापा शूटर है उसे सुधार देंगे ...
खुशी - अरे नहीं आनंद जी तो सच में बहुत ज्यादा अच्छे है ♥️आईएम लकी की वो मुझे मिले ....
ट्विंकी - फिर तो आनंद लकी है जो आप मिली उसे.....

( खुशी फिर से मुस्कुराने लगती है और कहती हैं)

खुशी - अच्छा एक सवाल पूछूं?
ट्विंकी - हां जरूर ....
खुशी  - 🤔 तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है क्या ? 
ट्विंकी - नही...
( फिर ट्विंकी अपना फोन देखने लगती है तो खुशी कहती है )
खुशी - अच्छा तो कोई पसंद है ??
( ट्विंकी ये सुनकर फोन देखना बंद कर देती है और खुशी की तरफ देखकर कहती हैं)
ट्विंकी - हम्मम है पसंद ...
खुशी -( खुश होकर ) कौन ??
ट्विंकी - अभी मैं बताना तो नहीं चाहती पर ठीक है आपको बता देती हु …...
( ट्विंकी फिर खुशी के  कान में बता देती है तो खुशी कहती है )
खुशी - ओह ........
अच्छा मैं जाती हु बाहर आंटी जी पक्का खोज रही होंगी ...
ट्विंकी - हम्मम जाइए ..
( खुशी फिर ट्विंकी के कमरे से बाहर निकल जाती है और ऊपर से आकार नीचे हॉल में बैठ जाती है ......आराध्या जी किचन में लगी होती है .....संजना ....राहुल जी के साथ गार्डन में घूम रही होती है .....नैंसी वही सोफे पर बैठकर बुक पढ़ रही होती है .... उसे पढ़ता देख खुशी कहती है,

खुशी - नैंसी ....रिया भाभी कहा पर है ?
नैंसी - वो कमरे में होंगी  आपको पता है मैं गई थी पर डोर लॉक है ....😕
...
( ये सुनकर खुशी परेशान हो जाती है और एक ग्लास पानी पीकर कहती हैं)
खुशी - अब और ज्यादा नही ........


दूसरी तरफ ,

सब लोग दोपहर में लंच करने के बाद अपने अपने कमरों में चले जाते है ......उधर आदि के   रूम में उसका बुरा हॉल हुए जा रहा होता है क्योंकि अभी तक रिया को किए हुए किसी  भी कॉल या मैसेज का जवाब नही आया होता है ...वो फिर से ही परेशान होकर बेड पर लेट जाता है .......ऊपर कमरे में अवनी  लंच वही करती है और खुद ही मेडिसिन लेकर सो जाती है......उसके सोने के बाद ऋषभ फिर से उसके पैरो पर ऑइंटमेंट लगा देता है और धीरे से  कहता है " आपको अभी पायल पहना दू क्या ....नही नही ...पैर ठीक होने दो फिर "..ऋषभ फिर वहां से उठ जाता है और काम में लग जाता है ............शाम के 5- 6 बजे के आस पास अवनी की नींद खुलती हैं तो वो देखती है की ऋषभ रूम में नही है .....रूम में ना देख थोड़ा घबरा जाती है और कहती है ,

अवनी - ऋषभ जी कहां है आप ?
ऋषभ - बस 5 मिनट में आ रहा ....
( अवनी उसकी आवाज सुनकर थोड़ा सुकून महसूस करती है पर अगले ही पाल  खुद से कहती है" हम क्यों पूछ रहे उनके बारे में ...कही भी जाए हुह".......इतना कहके फिर वो बालकनी की तरफ देखने लगती है ..... तभी उसके फोन पर बीप की आवाज आती है .....वो बगल में से फोन उठाती है और फ्लैश हो रहे मैसेज को  देखकर हैरान हो जाती है और गुस्से में कहती हैं,

अवनी - आपकी इतनी ज्यादा हिम्मत हो गई ...

(फिर वो फोन वही बेड पर फेंक कर खुद को  संभालते हुए धीरे धीरे चलकर कमरे से बाहर चली जाती है .....,वही अंदर कमरे में अवनी की ऐसी आवाज सुनकर ऋषभ भागकर वाशरूम से बाहर आ जाता है और देखता है की अवनी रूम में कही नही है ....वो घबराते हुए बालकनी में चेक करता है ...
वहा से निचे गार्डन में चेक करता पर अवनी कही नही नजर आती है तो रूम में आ जाता .....तभी उसकी नजर  बेड पे फेंके हुए फोन पर जाती है तो वो उठाता है और फ्लैश हो रहे मैसेज को देखकर  हैरान हो जाता हैं और कहता है,

ऋषभ - अब तो तुम गए ......


क्रमश ........

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गुड नाइट ♥️♥️♥️


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10 Comments

Abhinav ji

05-Aug-2022 07:46 AM

Nice

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Khan

03-Aug-2022 05:00 PM

Nice

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Saba Rahman

03-Aug-2022 11:45 AM

😊😊

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